क्यों फूल बन गए हैं अंगारे मैं इनका मुग्द गान बनूंगा मैं नई दुनिया निर्माण करूंगा.... क्यों फूल बन गए हैं अंगारे मैं इनका मुग्द गान बनूंगा मैं नई दुनिया निर्माण कर...
दुनिया की एक रूप नई पाई थी एक रूप नई पाई थी। दुनिया की एक रूप नई पाई थी एक रूप नई पाई थी।
फिरसे सड़कों पे धूल कम जरूरत ना होने पर चलते जायेगे।। फिरसे सड़कों पे धूल कम जरूरत ना होने पर चलते जायेगे।।
बसंत ऋतु में होने लगता, प्यार का सुखद एहसास। चहुँओर दिखती हरियाली, मन में जगती है न बसंत ऋतु में होने लगता, प्यार का सुखद एहसास। चहुँओर दिखती हरियाली, मन म...
नई मनुस्मृति नई मनुस्मृति
अशांत कोलाहल की जिंदगी से दूर शांति का दूत बनेगाI अशांत कोलाहल की जिंदगी से दूर शांति का दूत बनेगाI